रथ यात्रा

रथ यात्रा: धार्मिक-सांस्कृतिक प्रतीकों का एक समाजशास्त्रीय और दार्शनिक पुनर्पाठ Rath Yatra भारतीय सांस्कृतिक विमर्शों में पर्व और उत्सव केवल लोकाचार की सहज अभिव्यक्ति मात्र नहीं होते, अपितु वे जटिल धार्मिक तत्त्वज्ञान, ऐतिहासिक-सांस्कृतिक उत्तराधिका…

रक्षाबंधन: एक सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक विमर्श

रक्षाबंधन: एक सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक विमर्श प्रस्तावना भारतीय उपमहाद्वीप की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं में रक्षाबंधन एक अद्वितीय पर्व के रूप में स्थापित है, जो भाई-बहन के मध्य न केवल प्रेम और स्नेह का आदान-प्रदान सुनिश्चित करता है, बल्कि सा…

गुरु रविदास जयंती

गुरु रविदास जयंती परिचय गुरु रविदास जयंती भारत के महान संत, दार्शनिक, और समाज सुधारक गुरु रविदास जी की जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व विशेष रूप से उनके अनुयायियों द्वारा श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाता है। गुरु रविदास जी ने सामाजिक अन्याय…

होली: रंगों का उत्सव

होली: रंगों का उत्सव और भारतीय संस्कृति का प्रतीक भारत विविधता और त्योहारों का देश है, और यहाँ मनाए जाने वाले सभी पर्वों में होली का एक विशेष स्थान है। यह त्योहार न केवल रंगों की बहार लाता है, बल्कि आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का भी प्रतीक है। ह…

बसंत पंचमी (basant panchami )

बसंत पंचमी: रंगों और उल्लास का त्योहार बसंत पंचमी, जिसे माघ शुक्ल पंचमी के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखता है। यह त्योहार हर साल जनवरी या फरवरी में मनाया जाता है और ऋतु परिवर्तन का प्रतीक होता है। बसंत पंचमी का उत्सव खा…

26 जनवरी: भारत का गणतंत्र दिवस

26 जनवरी: भारत का गणतंत्र दिवस 26 जनवरी भारतीय गणराज्य के इतिहास में वह दिन है जिसने हमारे देश की संवैधानिक यात्रा को परिपूर्णता प्रदान की। यह प्रत्येक नागरिक के लिए गर्व और आत्मगौरव का प्रतीक है। इस दिन, 1950 में, भारतीय संविधान को औपचारिक रूप से ल…

स्वामी विवेकानंद जयंती

स्वामी विवेकानंद जयंती: एक प्रेरणास्त्रोत जीवन स्वामी विवेकानंद का नाम भारतीय समाज और संस्कृति में सदैव आदर और श्रद्धा से लिया जाता है। उनका जीवन और विचार आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। उनका योगदान न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में महत्…

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